प्यार दो लब्जों में
कभी बया नही कर सकतें।
एक बार हो जाए तो
उसे कभी भुला नही सकतें।
प्यार चेहरा देख के नही होता।
प्यार तो दिल से होता है।
जजबातों को कभी दबाया नही जाता।
दिल खोल के प्यार किया जाता है।
झूठा प्यार कभी सच्चा नही होता।
सच्चा प्यार कभी दूर नही जाता।
झूठ के रास्ते पे चलना आसान।
मगर,
मंज़िल तक पहुंचना बहुत कठिन।
प्यार में खुद का ध्यान कहा रहता है।
सिर्फ उसीका चेहरा सामने रहता है।
मिलने को दिल बेकरार रहता है।
कितना भी मिल ले कम ही लगता है।
जिसकों भी प्यार का रोग लग जाए।
उसे ना दवा और ना दुवा काम आए।
ये रोग ही ऐसा है जो, हर वक्त तड़पाए।
चाहे प्यार में जान क्यों ना चली जाए।
ना भूक लगे, ना प्यास लगे।
आज-कल कही दिल ना लगे।
पल - पल बैचेनी बढ़ने लगे।
जगती आंखों में सपने सजने लगे।
लोग कहते है प्यार अंधा होता है।
फ़साना लोगों का धंदा होता है।
अंधे प्यार में जो फस गया।
समजो जिंदगी से उठ गया।
वो बड़े खुशकिस्मत होते है।
जिन्हें प्यार नसीब होता है।
जिनका दिल टूट जाता है।
वो फूटफूटकर रो लेता है।
क्या हुआ किसी ने दिल तोड़ दिया।
भले ही दिल को दिल से निकाल दिया।
जिसे इतना दिल से चाहा था ।
उसीने ही धोका दे दिया ।
बस कसूर सिर्फ इतना था
किसी गैर को अपना समझ लिया।
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