क्यों लगता है एक हार
और पूरी जिंदगी बेकार।
हार ही बना देती है
इंसान को और लाचार।
मिलते रहते है मौक़े,
जिंदगी में कई बार।
हार से ही खुल जाता है।
कामयाबी का पहला द्वार।
बस चलना सीख ले तो,
कामयाबी चूमने को तैयार।
हार-जीत जिंदगी का अजब खेल है।
कोशिस करना ही जीत का हल है।
हर पल इम्तिहान लेना ही
जिंदगी का असली काम है।
सफल होना ही पड़ता है।
हर छोटे-बड़े इम्तिहान में।
कोशिशें बहुत की होंगी।
फिर भी असफल हुए।
गिरकर उठने को फिर तैयार है।
जब तक पैरो में जान है।
लड़ेंगे और जरुर जीतेंगे।
और एक मंजिल को पार करेंगे।
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